
ईमानदार का साथ दे मीडिया
(मंगलवार /07 सितम्बर 2010 /इंदौर /मीडिया मंच )
पूर्व केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद का कहना है कि मीडिया को आम लोगों में कुछ नया करने की आशा जगानी होगी, तभी भारत जैसे विविधता वाले देश में लोकतंत्र को मजबूत किया जा सकता है। भ्रष्ट नेताओं को जेल जाना चाहिए, लेकिन ईमानदारी से काम करने वाले नेताओं की भी कमी नहीं है। मीडिया को ईमानदार नेताओं का पूरा साथ देना चाहिए, ताकि भारत को विश्व शक्ति बनाया जा सके।
ओम नागपाल की स्मृति में आयोजित व्याख्यानमाला में मीडिया और लोकतंत्र विषय पर प्रसाद मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने जहां मीडिया को आत्मचिंतन की नसीहत दी, वहीं देशहित में युवाओं को आगे आने का आव्हान किया। उन्होंने कहा लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए अच्छे लोगों का राजनीति में आना जरूरी है, जिसमें मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है। आज मीडिया का स्वरूप बदल रहा है। भारत की संस्कृति को समझते हुए मीडिया को आत्मचिंतन की जरूरत है। हमें समझना होगा कि देशहित में कौन से मुद्दे हैं, जिस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
लक्ष्मण रेखा नहीं लांघें
प्रसाद ने कहा कि टीआरपी के चक्कर में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का स्वरूप तेजी से बदल रहा है, जिस पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है। मीडिया को लक्ष्मण रेखा नहीं लांघने की सीख देते हुए प्रसाद ने कहा कि सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर संयम बरतना चाहिए। कई बार ऎसी खबरें भी प्रकाशित हो जाती है, जिससे खौफ पैदा होता है। आतंकवाद से जुड़ी खबरों के प्रकाशन पर पूरी सतर्कता बरतनी चाहिए। लोकतंत्र की मजबूती के लिए आजाद मीडिया की जरूरत है, लेकिन इसमें मीडिया को भी अपनी प्रामाणिकता सिद्ध करनी होगी।
नया करने की आशा जगाओ
प्रसाद ने विश्व शक्ति बनने के लिए मीडिया से आम लोगों में कुछ नया कर गुजरने की आशा जगाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि नया करने की आशा ही लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करेगी और यह काम केवल मीडिया ही कर सकता है। व्याख्यान में सांसद सुमित्रा महाजन, महापौर कृष्णमुरारी मोघे, स्वास्थ्य मंत्री महेंद्र हार्डिया विशेष्ा रूप से उपस्थित थे। प्रारंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ ही दीप प्रज्ज्वलित किया। ओम नागपाल के चित्र पर भी पुष्प अर्पित किए गए। अतिथियों का स्वागत वरिष्ठ स्तंभकार वीणा नागपाल, सुनील गुप्ता ने किया। स्वागत भाषण वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमट ने दिया। संचालन प्रो. सरोज कुमार ने किया। आभार डॉ. दिव्या गुप्ता ने माना।
संघीय ढांचे को कमजोर कर रही केंद्र सरकार- प्रसाद
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने केंद्र की यूपीए सरकार पर आरोप लगाया कि वह देश के संघीय ढांचे को कमजोर करने का आरोप लगाया है। प्रसाद का कहना है कि केंद्र मध्यप्रदेश के साथ दोहरे मापदंड अपना रहा है। नहीं तो क्या कारण है कि मुख्यमंत्री सहित यहां की पूरी सरकार को दिल्ली की सड़कों पर धरना देना पड़े।
डॉ. ओम नागपाल विचार मंच के एक आयोजन के सिलसिले में इंदौर प्रवास पर आए प्रसाद रविवार को पार्टी कार्यालय पर संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे। भगवा आतंकवाद, चीन, महंगाई और राहुल के दौरे जैसे विषयों के साथ यूपीए पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा चीन के कारण चिंता बढ़ती जा रही है। उसके तैवर आक्रामक हो रहे है और भारत की तैयारी उतनी ही कमजोर है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान मामले में शरमनशेख में भारत को शर्मसार करने वाले प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह चीन के मुद्दे पर चुप क्यों है? भगवा आतंकवाद के मुद्दे पर बोलते हुए प्रसाद ने कहा कि भगवा संस्कृति, संस्कार और शौर्य का प्रतीक है। कांग्र्रेस इतिहास नहीं भूले। शंकराचार्य से लेकर स्वामी विवेकानंद तक ने विश्व में भारत की आध्यात्मिक पहचान इसी रंग से बनाई है।
मीठा था दिग्गी का बयान
प्रसाद ने आज भगवा आतंकवाद मुद्दे पर कांग्र्रेस के महासचिव दिग्विजयसिंह द्वारा चिदंबरम की आलोचना करने पर चुटकी लेते हुए कहां कि दिग्विजसिंह का यह बयान मीठा लगा तो अजूबा भी। बटाला हाऊस मुठभेड़ और उसके बाद सिंह की आजमगढ़ यात्रा पर सवाल खड़े करते हुए प्रसाद ने कहा क्या दिग्विजयसिंह पाकिस्तान तक जाएंगे? आतंकवादी तो वहां से भी आते है। उन्होंने कहा कांग्र्रेस का इतिहास दंगों का रहा है। गुजरात में उसके कार्यकाल में 40 दंगे हुए। इंदिरा हत्याकांड के बाद 10 हजार सिख मारे गए। उनके परिवारवालों को आज तक इंसाफ नहीं मिला है।
कांग्र्रेस भी तो भ्रष्ट है
राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता के पास प्रदेश के मंत्रियों के भ्रष्टाचार पर सिवाय इसके कोई जवाब नहीं था कि कांग्र्रेस के मंत्रियों पर भी तो हजारों-करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप चस्पा है।
राहुल की नाक के नीचे युवा एबीवीपी के हो गए
युवाओं का आकर्षण राहुल...जैसे जुमलों पर प्रसाद ने सवाल खड़ा किया कि राहुल यह बताए कि उनकी नाक के नीचे दिल्ली यूनिवर्सिटी के चुनाव में युवाओं ने एबीवीपी को क्यों पसंद किया? राहुल को होमवर्क कर दौरा करने की सलाह देते हुए प्रसाद ने कहा कि राहुल तब कहां गए थे जब लालू-राबड़ी के 15 साल के राज में बिहार के आम आदमी के साथ-साथ कांग्र्रेस सबसे पीछे खड़ी थी। प्रसाद के मुताबिक राहुल उनकी मां के बाद सरकार में दूसरे नंबर के ताकतवर नेता है। अगर वाकई वे गरीबों के लिए कुछ करना चाहते है तो अपनी मां को कहकर महंगाई कम करा दे तो भला होगा।
(साभार - राजस्थान पत्रिका )
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