Thursday, September 16, 2010


'स्त्री ' एक ढ़ोलक है
(गुरुवार /16 सितम्बर 2010 /नई दिल्ली /मीडिया मंच )
जाने -माने लेखक राजेंद्र यादव एक ऐसे शख्स है जिन्हें सुर्ख़ियों में रहना बख़ूबी आता है . वही महिलाओं पर लेकर उनके जो विचार है ,वे भी सर्वविदित है . फ़ेसबुक पर उनका एक फोटो आजकल काफी सुर्खियाँ बटोर रहा है .
यह फोटो हमनें शशि भूषण द्विवेदी के फेसबुक एकाउंट से साभार लिया है . यह फोटो राजेंद्र जी द्वारा हाल ही में मनाये गए उनके जन्मदिन के मौके पर ली गयी है . राजेंद्र जी के पीछे जो महानुभाव दिख रहे हैं उनका नाम भारत भारद्वाज है , जो इस सीन के सूत्रधार हैं . इस फोटो में राजेंद्र यादव ढ़ोल बजाते हुए दिख रहे हैं और ढ़ोल पर 'स्त्री ' शब्द लिखा है .
इस फोटो अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विनीत कुमार ने लिखा है -
"ऐसे में कोई सवाल करे कि राजेन्द्र यादव क्या बजा रहे हैं तो इसका मेटाफर अर्थ ज्यादा हावी होगा या अभिधात्मक अर्थ। माफ कीजिएगा मुझे तो ये बहुत ही अश्लील लगा। मसखरई बिना स्त्री का उपहास उडाए नहीं हो सकती,ये माध्यमों के साथ-साथ यहां भी साबित करने की कोशिश की गई।."
वही योगेश ने अपनी प्रतिक्रिया में इसे 'अश्लील ' बताया है .
इस फोटो पर आप अपनी प्रतिक्रिया हमें mediamunch@gmail.com या फिर latikeshsharma@gmail.com पर मेल करें . हम चुनी हुई प्रतिक्रियाओं को मीडिया मंच पर प्रकाशित करेगें .

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