न्यूज़ चैनल्स पर उत्तर प्रदेश के इटावा इलाके का एक न्यूज़ देखा . बड़ी ही निर्दयता से एक पुलिसवाला एक मासूम सी लड़की को बाल पकड़ कर उठा रहा है । न्यूज़ देख कर मै हक्का बक्का रह गया . क्या पुलिसवाले इतने निर्मम होते है . न्यूज़ से पता चला की उस बच्ची पर कुछ पैसो के चोरी के इल्जाम थे . यदि उस बच्ची ने, मान लिया की चोरी भी किया हो . तो क्या उसके साथ जानवरों जैसा सलूक सही है . जिस पुलिसवाले ने यह हरकत की है , क्या वह दावे के साथ कह सकता उसने अपने कार्यकाल के दौरान कभी गैरकानूनी रूप से पैसा नही लिया होगा । वही यह सब उस राज्य मै हो रहा है ...जिस राज्य की मुख्यमंत्री एक दलित है । जिसने जुल्म को देखा है . लेकिन कुछ नही होता . आख़िर जिस पार्टी का विधयक एक इंजिनियर को करंट देकर उसकी हत्या कर देता हो . उस पार्टी के मुखिया से क्या उम्मीद हो सकती है . उम्मीद करता यु पी की माया बहन इस वाकये पर गौर करेंगी ।
लतिकेश
मुंबई
6 comments:
आपका लेख पढ़कर तिरंगा फ़िल्म का एक संवाद याद आता है जंहा नाना पाटेकर को गिरफ्तार करने के लिए आदेश दिया जाता है, और तब नाना पाटेकर कहता है कि " अगर अपनी ज़िंदगी में कभी रिश्वत नही ली हो, तो ही हाथ लगना...." ये सुनते ही सारे पुलिसवाले रूक जाते है... कम से कम फिल्मी पुलिस में इतनी तो इमानदारी थी कि अपने रिश्वत लेने कि बात कबूली... लेकिन हकीकत इससे अलग है सर जी तभी तो माया के राज़ में हर कोई अपनी माया चलने में लगा है....
लातिकेश जी,
इस न्यूज़ को मैंने भी टेलिविज़न पर देखा और देखकर काफी दुःख हुआ, कि पुलिसिया जुल्म उत्तरप्रदेश में इतना बढ गया है जिसकी कोई इन्तहां नही है. जिस राज्य कि मुखिया ही महिला हो उस राज्य में एक लड़की के साथ इतना घिनौना सलूक हो जाता है और कोई कुछ नहीं कहता.. लेकिन बात भी सही है कि मायाबती का ख़ुद का दामन साफ़ नहीं है, तो उनके राजदरबारियों से क्या उम्मीद कि जा सकती है..
police means - principal organisation of legislatively incorporated criminal elements ho chuki hai
आप सादर आमंत्रित हैं, आनन्द बक्षी की गीत जीवनी का दूसरा भाग पढ़ें और अपनी राय दें!
दूसरा भाग | पहला भाग
संकेत जी
पोस्ट पर अपनी राय देने के लिए धय्न्वाद .
उम्मीद के जानी चाहिए की माया मैडम के काशन के बाद कुछ सुधर होगा
लतिकेश
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