Sunday, February 15, 2009

आप के वोट में ताक़त है



रविवार को एक ख़बर आयी । बहुजन समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर लोकसभा सीट से बाहुबली मुख्तार अंसारी को चुनाव लड़ाने का फ़ैसला किया है । ख़बर सुन कर मै दंग रह गया ॥उत्तर प्रदेश की मुखिया मायावती इससे पहले राज्य में गुंडागर्दी खत्म करने के अलावा कई तरह के दावे कर रही थी , लेकिन ख़ुद मुख्तार अंसारी को टिकट देकर उन्होंने जतला दिया है की , उनकी पुरानी फ़ितरत बदली नही है । भइया, यह राजनीति है...राजनीति के हमाम में सब नंगे है ..सारी पार्टी एक दुसरे को मात देने में लगी है .सब पैसे बटोरने के जुगाड़ में लगे है .. सारे नेता सरकारी खर्चे पर मस्ती कर रहे है ..और बेचारी आम जनता भूखे प्यासे है ...इसके लिए कोई और जिम्मेदार नही है ...हम सब जिमेदार है ,जो चुनाव के दौरान अपना वोट बेच देते है ..हमें लगता है ,हमारे एक वोट से क्या बदलाव आएगा ॥लेकिन बदलाव आएगा ,मेरे भाई . उसी एक वोट से बदलाव आएगा ...अरे यार ख़ुद चुनाव में खड़े नही हो सकते तो कम से कम सही उमीदवार को वोट तो दो..अब कहोगे नया आदमी मेरे लिए काम करेगा इस बात की क्या गारंटी है ..आप कहेंगे जैसे सब लूटता है, वो भी लूटेगा ..अरे भाई कम से कम ईमानदार आदमी ,बाहुबली से तो कम लूटेगा । दूसरी ओर इन सब चीजों के लिए हम भी कम जिमेदार नही है ॥ब्लॉग पर बड़ी बड़ी बातें लिखते रहते है ..लेकिन जिमेदारी निभाने के वक्त दुम दबा कर भाग जाते है ...दुम दबा कर भागने में , मै भी शामिल रहा हु .यह बात आप बोलगे इससे पहले मै बोल देता हु..लेकिन एक बात तय की इस बार के चुनाव में सारे लोगो से अनुरोध करता हु की वोट देने की अपनी आदत को बदलो ..पार्टी को नही , सही आदमी को वोट दो ...नही तो मुख्तार अंसारी , डी पी यादव ,राजा भइया ,पप्पू यादव और अमरमणि त्रिपाठी जैसे लोग राज करते रहेंगे ,और हमलोग कंप्यूटर के कीबोर्ड पर टप टप कर अपनी पीठ ख़ुद थपथपापते रहेंगे ..ज्यादा कुछ हुआ तो एलेक्त्र्नोइक मीडिया के माइक से दो मिनट की ख़बर चला कर इन लोगो को नीचा दिखायगे ..उसके बाद हम सोचेगे की हमने तो उनकी बजा दी लेकिन भइया असल में हम उनकी पब्लिसिटी करते है ..उन्हें बाहुबली कहलाना अच्छा लगता है ....यदि हम सबने वोट सही आदमी को दिया तो ,एक दिन ऐसा जरूर आएगा जब अभिनव बिंद्रा हमारे देश के खेलमंत्री होंगे ...बाबा रामदेव हैल्थ मिन्सिटर और किरण बेदी देश की प्रधानमंत्री ....सपना लगता है ना ...
लतिकेश
मुंबई

7 comments:

संकेत पाठक... said...

लातिकेश जी,
हमारे युवायों को केवल नेताओं को गली देना आता है, राजनीति को बारे में बकबक करना आता है, लेकिन जब ख़ुद की जिम्मेदारी निभाने की बात आती है, तो पल्ला झाड़ लेते है. हमें अपनी जिम्मेदारी समझना होगा नहीं तो ये बाहुबली हमेशा की तरह आगे भी हमारा खून चूसते रहेंगे...

sandeep sharma said...

bahu achchha latikesh,

vichar behtarin hai... par ye samsya har jagah hai...

इष्ट देव सांकृत्यायन said...

हूँ! इसीलिए न हम उसे 100 रुपये की बोतल और डेढ सौ के कम्बल पर बेच देते हैं.

सागर मंथन... said...

बिल्कुल सही कहा लातिकेश जी, हमारी वोट की ताकत का ये नेता लोग ग़लत इस्तेमाल करते है... नेता बखूबी जानते है जनता की वोट की ताकत लेकिन जनता ही अपनी ताकत से अंजान बनी रहती है... इस बार हवाओ के रूख बदले नज़र आ रहे है... देखते है जनता जनार्धन का क्या फैसला आता है...

Vinay said...

अब यही ढर्रा है, कौन पहल करेगा? सबको एक साथ करनी होगी!

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गुलाबी कोंपलें

अक्षत विचार said...

अगर राजनीति में किसी की दूकान चल रही है तो मात्र जनता के कारण।राजनीतिज्ञों को दोष देना आसान है परंतु उनका कसूर जनता से कम ही है। आखिर आज पब्लिक बंट चुकी है क्षेत्रों में‚ जातियो में‚ भाषा में‚ सम्प्रदाय में और भी बहुत हिस्सों में।

Mishra Pankaj said...

criminal like criminal