Sunday, March 8, 2009

मौलाना मदनी जी की मर्दानगी को मेरा सलाम



पाकिस्तान से भारत आये मिया मुशर्रफ को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में जो जवाब राज्य सभा के सांसद मौलाना महमूद मदनी ने दिया ,उसे देख कर मेरा दिल बाग़ बाग़ हो गया ...जिस तरह से मौलाना मदनी ने मुशर्रफ की भरी सभा में बोलती बंद कर दी ,वो काबिले तारीफ है..मुशर्रफ जैसे लोगो को इस तरह से ही जूता मारना चाहिए .यह वो जूता नहीं था ,जो बुश पर फ़ेका गया था ..बल्कि यह शब्दों का वह जूता था ,जो एक भारतीय ने एक तानाशाह को मारा था ...हम ऐसे नहीं की अपने मेहमान को सच का जूता मारे , लेकिन जिस शराफत से मदनी साहेब ने मुशर्रफ को शब्दों का जूता मारा है ..वो मुशर्रफ को ताउम्र याद रहेगा .सही है ,जिस तरह से पाकिस्तान के हुक्मरानों ने भारत के मुस्लिम समुदाय को हमेशा से बरगलाने की कोशिश की ऐसे में मदनी जी का यह जवाब पाकिस्तान के नेताओ को करार तमाचा है.यदि हर मुस्लिम की सोच मदनी जी जैसी हो जाये ..तो भारत , वर्ल्ड में एक बड़ी शक्ति के रूप मे उभर कर सामने आ सकता है ...मैंने तो अपने पोस्ट में पहले ही कहा था की मुशर्रफ को अपने देश में क्यों आने दिया .अंत में मदनी जी को उनके मर्दानगी भरे बयान के लिए ,उन्हें मेरा सलाम .


लतिकेश


मुंबई

1 comment:

Gyan Darpan said...

मदनी जी का मुशर्रफ को दिया गया जबाब स्वागत योग्य है !