
यार , , मेरे पोस्ट के टाइटल को पढ़ कर चौक मत जाइएगा ..मै कोई डाक्टर नहीं हु ,जो बिना ट्रांसप्लांट के आपका का ह्रदय परिवर्तन कर दू ..मै ,तो राजनीति जगत में बिना ट्रांसप्लांट के हो रहे ह्रदय परिवर्तन की बात कर रहा हु ..दरअसल ,बीजेपी की पूर्व नेता और अब खुद अपनी पार्टी बना कर उसकी मुखिया बन बैठी उमा भारती ने जब ये कहा की बीजेपी के नेता लालकृष्ण आडवानी में ही इस देश का प्रधानमंत्री बनाने की काबिलियत है ,तो झटका लगा ..जो नेता कुछ महीने पहले तक आडवानी का बैंड बजा रही थी ..उस नेता के सुर एकदम से कैसे बदल गए . बिना ट्रांसप्लांट के .उमा भारती का ह्रदय परिवर्तन कैसे हो गया ..जी हा ,यह राजनीति है ..यहाँ पर बिना ट्रांसप्लांट के ह्रदय परिवर्तन आम है ..समाजवादी पार्टी के नेता अमर सिंह , , कभी भी कांग्रेस के लिए प्रिय नहीं रहे लेकिन जब सोनिया मैडम को सरकार बचाने की बारी आई तो उन्होंने अमर सिंह को गले लगा लिया .. आप ,को याद होगा की एक बार बिना बुलाये भोज में जाने के कारण कांग्रेस के लोगो ने अमर सिंह की काफी इज्ज़त उतारी थी .लेकिन जब जरुरत पड़ी तो .कांग्रेस के लोगो का भी बिना ट्रांसप्लांट के ह्रदय परिवर्तन हो गया ..कुछ ह्रदय परिवर्तन तो अच्छे के लिए हुआ ..तो कुछ के कारण घाटा भी उटाना पड़ रहा है .अब देखिये लालू यादव के साले साहेब साधू यादव का भी ह्रदय परिवर्तन हो गया है ..जिस दिल में लालू जी के लिए प्यार था अब उस ह्रदय में आग है ..भैया ,तो ये थी राजनीति में बिना ट्रांसप्लांट के हो रहे ह्रदय परिवर्तन पर ,मेरी छोटी सी पोस्ट ..
लतिकेश
लतिकेश
मुंबई
1 comment:
:) बिना ट्रांसप्लांट के इन नेताओं का ही हृदय परिवर्तन हो सकता है...इसीलिये तो हिन्दी में इन्हें ’बिन पैंदी का लोटा कहते हैं"
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