Thursday, September 10, 2009

अभी, नहीं संभले तो फिर से गुलाम होने के लिए तैयार हो जाओ

दोस्तों , सुरेश चिपलूनकर के ब्लॉग पर महाराष्ट्र के मिराज में गणपति त्यौहार के दौरान हुए तनाव को लेकर उनका पोस्ट पढ़ा और देखा ..यह देख कर मै दंग रह गया ..मुझे लगा की यह तस्वीर तो पाकिस्तान की कहानी पेश करती है ..मुझे मुझे नहीं पता था की हमारे देश मे पाकिस्तानी और तालिबानी तहजीब इस तरह अपने पैर जमा चुकी .क्या हम अपने देश में गणपति का त्यौहार भी ढंग से नहीं मना सकते है .जिस पोस्टर को लेकर आपति जताई जा रही उसमे बुराई क्या है . किस बात को लेकर कुछ लोगो की लाल हो रही है .हमारे महान योद्धा छत्रपति शिवाजी ने अफजल खान को मारा था ..तो मारा था ..और उसे पोस्टर में दिखाया गया तो इसमें गलत क्या है .. इस पोस्टर को लेकर एक समुदाय विशेष ने जिस तरह बवाल काटा है . देख कर किसी का भी खून खोल जाये ..यह पूरा वाक्या यह दर्शाता है की अभी नहीं संभले तो वे दिन दूर नहीं जब एक बार फिर अपने देश में मुगलिया सल्तनत देखने को मिले .. यह जागने का समय है ,लेकिन हम सो रहे है . यही हाल रहा तो हमारा समय तो जैसे तैसे गुजर जायेगा लेकिन आनेवाली पीढी को हम विरासत में गुलामी दे कर जायेंगे .जागो ..जागो ..हम में से ही किसी को छत्रपति शिवाजी बनना होगा और हम में से किसी को महाराणा प्रताप ...नहीं तो यदि नेताओं के सहारे रहे तो सब का गुलाम बनना निश्चित है .जगाओ अपने पुरुषार्थ को जगाओ ..अपने अन्दर छुपी हुई ताकत को पहचानो .. ऐसा न हो की काफी देर ही जाये और फिर गुलामी की जिस जंजीर से आजाद हुए हो वो फिर से तुम्हे जकड ले .सुरेश चिपलूनकर के ब्लॉग पर आप इस बारे पूरा पोस्ट इस लिंक पर पढ़ सकते है .http://sureshchiplunkar.blogspot.com/2009/09/miraj-riots-ganesh-mandal-mumbai.html
लतिकेश
मुंबई