यार , होली के अवसर पर यह पोस्ट आप सभी को शुभकामना देते हुए , पोस्ट कर रहा हूँ ...लेकिन ना जाने इस अवसर पर गाँव की होली की याद आ रही है..शहर की होली मे वो बात नहीं है, जो गाँव की होली में हुआ करती थी ..अब ये मत कहना की होली के अवसर पर भी ,मै कोई सीख दे रहा हु. यार ,गाँव की याद आयी तो सोचा गाँव से दूर होली मना रहे लोगो तक अपनी बात लिखू । दिल पर हाथ रख कर कहना ॥क्या शहर के पत्थर दिल इंसानों के बीच आप को गाँव की होली की याद नहीं आती ..क्यावो प्यार याद नहीं आता ..जो प्रदुषण से रहित हुआ करता था . गाँव के किसी घर में बैठ कर भांग का मजा लिया करते थे. किसी के घर से पुआ खाने को मिलता था तो किसी के घर से आलू दम..लेकिन, शहर की होली....सब कुछ मतलब से है... किसी को विश करना है ..तो पहले ये सोचो यार उससे मेरा फायदा क्या है...हर कोई किसी को SMS भेजे या नहीं बॉस को खुश करने के लिए SMS जरूर भेज देता है .भले ही बॉस बोले "साला क्यों भेज दिया ..इन्बोक्स बेकार का भर गया ."..आखिर ,बॉस को तो बड़े लोगो के SMS का इंतजार होता है .....छोटे कर्मचारी के SMS का क्या फायदा ..सच है ,पत्थर के मकान में रहने से हमारे दिल भी पत्थर के हो गए है ...सोचता हूँ , गाँव के मिटटी के मकान अच्छे थे ..कम से कम लोगो का दिल मिटटी की तरह नरम तो हुआ करता था ...यार , अब संजीदा मत होइए ...दिल के गुब्बार थे सो लिख कर निकाल दिया ...अब शायद इस तरह के ही मतलबी होली से खुश होना पड़ेगा ...लेकिन एक बात की गुजारिश करू ..इस होली पर एक भूखे आदमी को खाना जरुर खिला देना ...शायद उसकी दुआ तुम्हे ज्यादा काम आएगी .
लतिकेश
मुंबई
6 comments:
गाव के मिटटी के मकान अच्छे थे ..कम से कम लोगो के दिल में मिटटी की तरह नरमी तो हुआ करती थी.........
आपने मेरे दिल की बात कह दी. खैर...
आपको होली की शुभकामना
जहां हो व वहां ठीक हो और मस्त रहों याद आये तो रो लेना पर आर्थिक दौर में सब चलता है । शुभ होली
Happy Holi !!!
यादों का आनन्द लें और होली खेलें.
होली की बहुत बधाई एवं मुबारक़बाद !!!
लातिकेश जी गाँव की होली की तो बात ही निराली होती थी.... और खासकर गाँव की भाभी के साथ खेली जाने वाली होली को भला कैसे भुलाया जा सकता है... खैर होली की ढेर सारी शुभ कामनाए...
बहुत सुंदर लगा ... होली की ढेरो शुभकामनाएं।
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