Wednesday, May 20, 2009

काश .....टैलेंट के आधार लोगो की छटनी की जाती



dosto , हर तरफ मंदी की दुहाई देकर लोगो की छटनी की जा रही है ,लेकिन जो लोग छटनी की लिस्ट तैयार करते है क्या उन्हें पता होता है की यह लिस्ट talent के आधार पर तैयार की जानी chahiye . न की आप को जो अच्छा लगता है ,वो बच जाये और जो अच्छा न लगे उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया जाये ॥इस पोस्ट को लिखने के लिए मुझे तब विवश होना पड़ा जब एक टीवी न्यूज़ चैनल ने मुंबई के पत्रकार रवि तिवारी को बाहर का रास्ता दिखा दिया ..जबकि रवि तिवारी के मुकाबले कई कमजोर पत्रकार अभी भी उस न्यूज़ चैनल का हिस्सा बने हुए है ।और उसकी बानगी मै दे सकता हु .बांद्रा WORLI सी लिंक पर रवि तिवारी ने एक स्पेशल रिपोर्ट काफी पहले दिखाया था और बान्द्रा WORLI सी लिंक पर उसी न्यूज़ चैनल के एक पत्रकार ने भी स्पेशल रिपोर्ट दिखाया यदि रवि तिवारी को बाहर का रास्ता दिखाने वाले इन दोनों स्पेशल रिपोर्ट को एक साथ देखे तो उन्हें पता चलता की बेहतर रिपोर्ट कौन सी है ।कुछ ऐसा हुआ मुंबई एक एक और पत्रकार संतोष तिवारी के साथ ॥काम करने और सोर्स के नाम पर संतोष तिवारी की अच्छी पकड़ है लेकिन इन दिनों वह नौकरी की तलाश कर रहा है । ये दोनों पत्रकार अपने विधा में माहिर है ॥लेकिन फ़िलहाल घर पर है .. देर सवेर उन्हें नौकरी जरुर मिल जायेगी लेकिन जिस आधार पर उन्हें जॉब से निकाला गया उस दर्द को वे क्या कभी भुला पाएंगे ।इन दोनों पत्रकार ne अपने न्यूज़ चैनल के लिए कई राते ख़राब किए होगे लेकिन बाद में सिला क्या मिलता है ..चैनल के रहनुमा कह्नेगे भइया salary मिलती है ना ....सर सिर्फ़ पैसा देकर काम का मोल अदा नही किया जा सकता ॥ जिंदगी जीने के लिए आत्म सम्मान भी जरूरी है ।


इस पोस्ट को पढ़नेवाले लोगो को मै यह बता दू की इस बारे में लिखने के लिए इन दोनों पत्रकारों ने मुझे से नही कहा है ..ये दोनों पत्रकार मेरे दोस्त है और उनके साथ हुई ज्यादती से मै दुखी था इस लिए मैंने यह पोस्ट लिखी है


latikesh


मुंबई

2 comments:

अनिल कान्त said...

sachchayi bayaan karti post

सागर मंथन... said...

सर मीडिया में टी फॉर टेलेंट नहीं बल्कि टी फॉर टाइम पास होता है... जो शख्स बॉस के साथ ज्यादा अच्छा टाइम पास करता है उसका नाम लिस्ट में नहीं आता है... तो इसमे कोई अचरज नहीं है कि लिस्ट में टी फॉर टेलेंट समझने वाले लोगो का नाम आ जाए...