

न्यूज़ चैनल के नटवरलाल ?
( शुक्रवार /25 जून 2010 /मुंबई /मीडिया मंच )
दो न्यूज़ चैनलों के पत्रकारों के सितारे आजकल गर्दिश में हैं . अब यह एक संयोग है की इन दोनों चैनल के नाम के साथ देश की आवाज़ शब्द जुड़ा हुआ है . नाम है वायस ऑफ़ नेशन और वायस ऑफ़ इंडिया .लेकिन देश की आवाज़ बनने का दावा करने वालें इन दोनों चैनलों की बोलती आजकल बंद है . जी हाँ . वायस ऑफ़ नेशन चैनल के पास अपना खुद का लाइसेन्स ना होने के कारण उनका टेलीकास्ट बंद पड़ा है वही वायस ऑफ़ इंडिया चैनल की आवाज़ भी आर्थिक तंगी के कारण बंद हो गयी है . बड़े जोर -शोर इस चैनल चलाने की ज़िम्मेदारी लेने वालें अमित सिन्हा ग़ायब है . इस चैनल के पत्रकारों को जहाँ अभी तक कई महीनों की सेलरी नहीं मिली हाँ वहीँ अमित सिन्हा ने चैनल लेते वक़्त मित्तल बंधुओं से हर महीने जो रकम देने का वायदा किया था वो भी पूरा नहीं किया .
अब इन दोनों चैनल के पत्रकार इन दिनों सदमे में है . उन्हें समझ में नहीं आ रहा है की आखिर इन चैनल के नटवरलालों के साथ क्या किया जाय . अब इन अनुभवों के बाद वे दिन दूर नहीं जब पत्रकार अपने पूरे साल की सेलरी बैंक में जमा कराये जाने के बाद ही काम शुरू करेगा . क्योकि पत्रकारिता के नाम पर दलाली करनेवालें लोग कही से अपना जुगाड़ कर लेगें लेकिन उन बेचारों पत्रकारों का क्या होगा जिन्हें सिर्फ पत्रकारिता करनी आती है .


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