
दहेज़ प्रथा के विरोध में लघु नाटिका
(गुरुवार/15 जुलाई 2010 / लखनऊ/मीडिया मंच )
एच.एफ.आई. चिल्ड्रेंस क्लब फॉर एनिमल वेलफेयर तथा एच.एफ.आई. यूथ क्लब फॉर सोशल अवेयनेस के बच्चों द्वारा दहेज प्रथा के विरोध में एक लघु नाटिका का मंचन किया।नाटिका में दर्शाया गया कि हम लोगों के मन में बहू और बेटी के बीच कितना बड़ा अन्तर है। वह उन्हें कभी समान नहीं मान सकता है, इसीलिये यह दहेज दानव अपने पैर फैला रहा है। अगर यह अन्तर मनुष्य के मन से हट जाये, अपनी पुत्री के समान ही, अपनी बहू को भी प्यार करे, तो इस दानव को नष्ट होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।इस लघु नाटिका को इन कम उम्र के बच्चों द्वारा ऐसे भावनापूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया गया कि देखने के लिये आस पास के गाँवों से एकत्रित सैकड़ों लोगों की आँखें, बेटी पर, दहेज कम प्राप्त होने के कारण होते अत्याचार से अश्रुपूरित हो गयीं तथा जो दहेज के समर्थक हैं उनकी आँखें शर्म से झुक गयीं।
सत्य मन्दिर एवं सत्यतीर्थ आश्रम की संचालिक दिव्य शक्ति श्रद्धेया पूनम जी के दिशा निर्देशन में, देवी माँ कुसुम जी द्वारा संस्थापित सत्यतीर्थ आश्रम, भवानीपुर अनौराकला, फैजाबाद रोड़ में ह्यूमैनिटी फाउण्डेशन आॅफ इण्डिया द्वारा दिव्य शक्ति योगिराज अभिनव जी का जन्मोत्सव ‘शान्ति समभाव और एकता दिवस’ के रूप में मनाया गया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से लखनऊ एवं आस पास के जनपदों तथा पास पड़ोस के गाँव के उपस्थित लगभग 2000 लोग, बच्चों द्वारा प्रस्तुत इस लघु नाटिका से प्रभावित हो कर कई लोगों ने अपने बच्चों की शादी बिना दहेज के करने का संकल्प लिया।इसके अलावा भी भक्तों द्वारा कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।
शहर में अन्य स्थानों पर भी ह्यूमैनिटी फाउण्डेशन ऑफ़ इण्डिया द्वारा दहेज प्रथा के विरोध तथा पशु-पक्षी संरक्षण की भावना को लोगों में जगाने के लिये स्टेज प्रोग्राम तथा रोड शो करने की योजना है।
ह्यूमैनिटी फाउण्डेशन ऑफ़ इण्डिया एक पंजीकृत अन्तर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था (एन.जी.ओ.) है, जिसका मुख्य उद्देश्य मानवता के उत्थान से संबंधित योजनाओं पर तीव्रगति से कार्य करना है।
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